Wednesday, November 18, 2015

 Please do watch this Devi Geet devoted to Maa Vindhyavasini
https://www.youtube.com/watch?v=PSYFvX98_34

Friday, November 6, 2015

हमसफर

जिन्दगी में इश्क का था इक बड़ा सा आसियाना,
उनके आने की खबर से दिल बना था आशिकाना।

इश्क की ये इन्तहा थी जिन्दगी की राहों में,
उनके बारे में था सोचा वो बनेंगे हमसफर।
महफिले गुलजार होती उनके आने के लिए,
गर वो आते जिन्दगी में बनकर मेरे सामियाना।

राह ए उल्फत की नजर में वो थे मेरे हमसफर,
पर न जाने किसलिए थी उनको न इसकी खबर।
हमने चाहा तो बहुत था उनको पाने के लिए,
पर नहीं था उनके मन में इक भी ऐसा सूफियाना।

                                रजनीश