Saturday, February 26, 2011

खुश हूँ

ज़िन्दगी है छोटी, पर मैं खुश हूँ।
जैसे भी हालात में हूँ, इस हालात में खुश हूँ।
आज गाड़ी में जाने का वक्त नहीं, दो कदम चलकर ही खुश हूँ।
आज किसी का साथ नहीं है,किताब पढ़ के ही खुश हूँ।
आज कोई नाराज़ है, उसके इस अन्दाज़ में ही खुश हूँ।
जिसको पा नहीं सकता, उसकी याद में ही खुश हूँ।
बीता हुआ कल जा चुका है, उसकी मीठी यादों में ही खुश हूँ।
धीरे- धीरे ये पल बीतेंगे, ये सोचकर ही खुश हूँ।
ज़िन्दगी है छोटी, पर हर पल मैं खुश हूँ॥
॥ खुश हूँ ॥

[एक दोस्त]